रसोई की राजनीति
माँ का मुक़ाबला कोई नहीं कर सकता, किसी भी क्षेत्र में, चाहे वो बच्चों को
अल्हड़ सी चाय
अल्हड़ सी है मेरी चाय, पुराने से स्टोव पर अधजले हत्थेदार बर्तन में खौलत
माँ का मुक़ाबला कोई नहीं कर सकता, किसी भी क्षेत्र में, चाहे वो बच्चों को
अल्हड़ सी है मेरी चाय, पुराने से स्टोव पर अधजले हत्थेदार बर्तन में खौलत